Plumber, Plumbing, Pipes in Hindi

0

Plumber, Plumbing, Pipes in Hindi

Plumber, Plumbing, Pipes in Hindi

                                 किसी तरल या गैस पदार्थ (Liquid or Gas Substance) को एक स्थान से दूसरे स्थान पर सुरक्षित पहुंचाने के लिए सबसे सस्ता रास्ता है वह है, पाइप या ट्यूब (Tubes and Pipes)। पानी (Water), तेल (Oil), गैस (Gas), भाप (Steam), अल्कोहल (Alcohol) आदि को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना हो तो पाइपों (Pipes) को जोड़कर निश्चित स्थान तक ले जाया जाता है। पदार्थ को निश्चित स्थान पर ले जाने के लिए पाइप लाइनों में विभिन्न स्थानों पर वाल्व (Valve), साॅकेट (Socket), एल्बो (Albie) टी (Tee), यूनियन (Union) आदि का उपयोग किया जाता है पाइप लाइन डालने में पाइपों को काटना मोड़ना जोड़ना उन पर चूड़ी काटना आदि प्रक्रियाएं की जाती है। इस प्रक्रिया को नलकारी (Plumbing) कहते हैं, और इस काम को करने वाले को नलकार (Plumber) कहते हैं।

पाइपों के उपयोग

1 * नगरों व शहरों में घर-घर में पानी (Water) व खाना बनाने की गैस (Cooking Gas) पहुंचाने के लिए।
2 * रेफ्रिजरेटर (Refrigerator) एवं एयर कंडीशनर (Aair Vonditioner) मैं सर्कूलेट (Circulate) करने के लिए।
3 * एयर कूलर में पानी को विभिन्न दिशाओं में पहुंचाने के लिए।
4 * हवाई जहाज (Aeroplane) में पानी तथा हवा को सर्कूलेट करने के लिए।
5 * मशीनों (Machines) में विभिन्न भागों (Parts) को लुब्रिकेंट तेल तथा कूलेंण्ट (Lubricant oil and Coolant) पहुंचाने के लिए।

और भी अनेकों प्रकार से पाइपों का यूज़ होता है।

Plumber, Plumbing, Pipes in Hindi
पाइपों के प्रकार (Types of Pipes) :-

साधारण तौर पर पीवीसी ( PVC), पिटवा लोहा (Wrought Iron), ढलवां लोहा (Cast Iron), एस्बेस्टस सीमेंट (Asbestos Cement) के पाइप बनाए जाते हैं। किसी भी पाइप का आकार उसके अंदर के बोर और लंबाई से लिया जाता है। बिना जोड़ वाले पाइप को सीमलेस पाइप (Seamless Pipe) कहते हैं, और जोड़ वाले पाइप को सिम पाइप (Seam Pipe) कहते हैं।

नलकारी (Plumbing)  में काम आने वाले प्रमुख पाइप :-

1 * पीवीसी पाइप (PVC Pipes)

                 पीवीसी पाइप नरम, मजबूत, हल्के व जंग रोधी होते हैं।इन पर मौसम का असर बहुत कम होता है। इन्हें आसानी से काटा जा सकता है। इनका उपयोग सिंचाई के में, घरेलू पानी की लाइनों में, बिजली के केबल आदि में किया जाता है।

2 * सीमेंट कंक्रीट पाइप (Cement Concrete Pipes) 

                  इन पाइप को बनाने के लिए सीमेंट और कंक्रीट का उपयोग किया जाता है। इन पाइप को अधिक मजबूती देने के लिए लोहे की जाली बिछाकर ने बनाया जाता है। इनका प्रयोग ज्यादातर पानी की लाइनों में किया जाता है। यह जंग रोधी और भारी होते हैं। और सीवरेज लाइनों में इनका प्रयोग किया जाता है।

3 * एस्बेस्टस सीमेंट पाइप (Asbestos Cement Pipes)

                  एस्बेस्टस के रेशें ओर सीमेंट के मिश्रण में पानी मिलाकर लूगदी बनाई जाती है, और इससे सेंट्रीफ्यूजल कास्टींग मेथर्ड (Centrifugal Casting Method) के द्वारा पाइप बनाए जाते हैं। यह पाइप झटके और कंपनी से सकते हैं। इन पाइप को आपस में सीमेंट लगाकर जोड़ा जाता है। घरेलू लाइनों में इनका उपयोग किया जाता है।

4 * स्टील पाइप (Steel Pipes) 

                   स्टील की चादर को मोड़ कर वेल्डिंग कर ये पाइप बनाए जाते हैं। भाप या गैस के लिए इनका प्रयोग किया जाता है। स्टील पाइप का उपयोग फर्नीचर आदि बनाने में भी होता है। इन्हें वेल्डिंग या क्लोजिंग से आसानी से जोड़ा जाता है। स्टील पाइप झटके और कंपन आसानी से से लेते हैं।

5 * कास्ट आयरन के पाइप (Cast Iron Pipes) 

                  ढलवा लोहे की ढलाई कर अलग-अलग साइज के पाइप बनाए जाते हैं। आमतौर पर इनका उपयोग पानी, तेल को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने के लिए किया जाता है। कास्ट आयरन के पाइप की उम्र दो सौ  साल से ज्यादा होती है। 90 सेंटीमीटर तक के कास्ट आयरन पाइप बनाए जाते हैं।

6 * तांबे के पाइप (Copper Pipes) 

                  तांबे के पाइप काफी महंगे, जंग रोधी, तन्य और मुलायम होते हैं। इन्हे आसानी से मोड़ा जा सकता है। आसानी से जोड़ा जा सकता है। इनका उपयोग पानी, भाप और मशीनों में ल्युब्रीकेट आदि के लिए किया जाता है।

और भी कई प्रकार के मेटल के पाइप आते हैं जैसे :-

 पीतल के पाइप (Brass Pipes),
प्लास्टिक के पाइप (Plastic Pipes) 
रबड़ के पाइप (Rubber Pipes),
एलुमिनियम के पाइप (Aluminium Pipes),
आर सी सी के पाइप (RCC Pipes),
जी आई पाइप (G I pipes),
नायलाॅन पाइप (Nylon Pipes),

Plumber, Plumbing, Pipes in Hindi
पाइप फिटिंग एसेसरीज (Pipe Fitting Accessories)


                      पाइप की लम्बाई बढ़ाने, पाइप को जोड़ने, पाइप को मोड़ने, पाइप को एक से अधिक दिशा में फैलाने आदि में विभिन्न प्रकार की फिटिंग सामग्री काम में आती है। जिसे पाइप की फिटिंग एसेसरीज कहते हैं। प्रमुख पाइप फिटिंग एसेसरी निम्नलिखित :-

एल्बो (Elbow)
क्रॉस (Cross)
बैंड (Bend)
निप्पल (Nipple)
यूनियन (Union)
सॉकेट (Socket)
टी (Tee)
 रिड्यूसर (Reducer)
प्लग (Plug)
कपलिंग (Coupling)
स्टॉप कॉक (Stop Cock)
स्टॉप वाल्व (Stop Volve)

एल्बो (Elbow)

                   एल्बो का उपयोग पाइप को 90 डिग्री में मोड़ने के लिए किया जाता है। एल्बो के दोनों तरफ चुड़ियां होती है। एल्बो का साइज पाइप के अनुसार लिया जाता है। एल्बो 90 डिग्री में होता है।

क्रॉस (Cross)

                     क्रॉस का आकार अंग्रेजी के X अक्षर के समान होता है। इसको क्रॉस टी भी कहते हैं। इसके चार मुंह होते हैं। जिस में चूड़ियां कटी होती है। इसका उपयोग समकोण पर दो पाइप लाइनें बिछाने में किया जाता है।

बैंड (Bend)

                     बैंड देखने में एल्बो जैसा होता है। बैंड भी 90 डिग्री में मुड़ा हुआ पाइप का टुकड़ा होता है। जिसके दोनों मुंह पर चूड़ियां कटी होती है। बैंड के मोड की गोलाई एल्बो से ज्यादा होता है। पाइप को जोड़ने के लिए इसके साथ सॉकेट की आवश्यकता पड़ती है।

निप्पल (Nipple)

                    यह पाइप का सीधा टुकड़ा होता है। जिसके दोनों मुंह पर चूड़ियां कटी होती है।

यूनियन (Union)

                  यूनियन का प्रयोग पम्प सैट को जोड़ने में होता है।

सॉकेट (Socket)

                  एक ही डायामीटर के दो पाइपों को जोड़ने के लिए सॉकेट का प्रयोग किया जाता है। साॉकेट के अंदर पूरी लंबाई में चूड़ियां होती है। जो दो पाइप को जोड़ने के लिए काम आता है।

टी (Tee)

                   टी दिखने में अंग्रेजी के T अक्षर के समान होती है। टी के तीन मुंह होते हैं। तीनों मुंह में चुड़ियां होती है। किसी भी नई या पुरानी पाइप लाइन के समकोण में एक ओर  पाइप लाइन लगानी है, तो टी का प्रयोग किया जाता है।

 रिड्यूसर (Reducer)

                       रिड्यूसर में एक साइड छोटा डायमीटर होता है, और एक साइड बड़ा डायमीटर होता है। जिसके दोनों साइड चूड़ियां बनी होती है। इसका प्रयोग बड़े साइज के पाइप में छोटे साइज का पाइप जोड़ने के लिए किया जाता है। इसे रिड्यूसिंग सॉकेट भी कहते हैं।

प्लग (Plug)

                       पाइप के अनुपयोगी सिरे को बंद करने के लिए प्लग लगाया जाता है पलक के दया मीटर पर चूड़ियां बनी होती है प्लग के एक और चौकोर हेड बना होता है। जिससे प्लग को रैंच से खोला या कसा जा सकता है।

कपलिंग (Coupling)

                        कपलिंग प्लास्टिक के दो पाइपों को बिना चूड़ी जोड़ने के काम में लाया जाता है।

स्टॉप कॉक (Stop Cock)

                      साधारणतया स्टॉप कॉक पीतल मेटल के बने होते हैं। इनका उपयोग पाइप लाइन में बह रहे पदार्थ को आवश्यकतानुसार निकालने के बाद काॅक को बंद कर दिया जाता है। जिसको आम बोलचाल भाषा में नल / टूंटी भी कहते हैं।

स्टॉप वाल्व (Stop Volve)

                    स्टॉप वाल्व का प्रयोग मुख्य पाइप लाइनों के बीच में या उन उनके साथ जुड़ी ब्रांच लाइनों में किया जाता है। जब कोई पाइपलाइन खराब हो जाती है तब स्टॉप वाल्व को बंद करके खराब पाइपलाइन को ठीक कर दिया जाता है। आमतौर पर यह गनमेटल के बनाए जाते हैं। इसे गेट वॉल्व भी कहते हैं।

Plumber, Plumbing, Pipes in Hindi
नलकारी के औजार (Plumbing Tools)

पाइप वॉइस (Pipe Vice )
पाइप रिंच (Pipe Wrinch)
रिंग पाना / चाबी (Ring Spanner)
मल्टी ग्रिप प्लास (Multi Grip Plier)
हैक्सा (Hack Saw)
टैप्स (Taps)
डाईज (Does)
पाइप बेंडिंग टूल्स (Pipe Bending Tools)

पाइप वॉइस (Pipe Vice )

                      पाइप वाइस नलकारी का महत्वपूर्ण औजार है। इसके जबड़े अंग्रेजी के V अक्षर के आकार के होते हैं। ऊपर एक चूड़ीदार स्क्रू लगा होता है। जिस पर एक हैंडल होता है। हैंडल को घुमाकर स्क्रू को खोला या कसा जा सकता है। यह कास्ट आयरन की बनी होती है। पाइप को बेंच के झगड़ों के बीच में कस करके काटा जा सकता है। चूड़ियां बनाई जा सकती है। और फिटिंग कार्य किए जा सकते हैं।

पाइप रिंच (Pipe Wrinch)

                         पाइप रिंच फोर्ज स्टील के बने होते हैं। इनका एक जबड़ा फिक्स होता है, तथा दूसरा जबड़ा चूड़ीदार नट के द्वारा कसा या खोला जाता है। जबड़े पर दांतें बने होते हैं। इन दांतों से पाइप पर अच्छी पकड़ आती है। नलकारी के लिए यह भी बहुत ही महत्वपूर्ण औजार है।

रिंग पाना / चाबी (Ring Spanner)

                      रिंग पाने फोर्ज स्टील के बने होते हैं। प्लंबिंग के काम में रिंग पाने काम आते रहते हैं। इनका उपयोग नट या बोल्ट को कसने और खोलने के लिए किया जाता है। इसमें पाने / चाबी का साईज दोनों और अलग-अलग का होता है।

मल्टी ग्रिप प्लास (Multi Grip Plier)

                    यह प्लास भी फोर्ज स्टील की बनी होती है। इस प्लास के जबड़े एक बोल्ट के द्वारा आपस में कसे रहते हैं। इसमें एक जबड़ा फिक्स रहता है। जबकि दूसरा जबड़े को स्लीप करके कम ज्यादा किया जा सकता है। इसका उपयोग गोल पाइपों को दबाकर पकड़ने में किया जाता है।

हैक्सा (Hack Saw)

                     किसी भी प्रकार के नरम मेटल को हाथ से काटने वाले औजार को हेक्सा कहते हैं। इसमें एक लोहे का फ्रेम होता है, जिसके पीछे एक हैंडल लगा होता है। और प्रेम पर एक कटिंग ब्लेड लगी होती है। इसी ब्लेड से पाइप आदी काटे जाते हैं।

और भी तीन तरह के पाइप कटर आते हैं :-

ठोस कांटेदार पाइप कटर (Solid Hook Type Pipe Cutter)
श्रंखला युक्त पाइप कटर (Chain Type Pipe Cutter)
संयुक्त रोलर / पहिया पाइप कटर (Combinate Roller / Wheel Pipe Cutter)

टैप ओर डाई (Taps and Does)

                 पाइप पर बाहरी चूड़ियां निकालने के लिए डाई का प्रयोग किया जाता है और आंतरिक चूड़िया निकालने के लिए टैप का प्रयोग किया जाता है। टैप ओर डाई हाई स्पीड स्टील (High Speed Steel) या डायल स्टील (Die Steel) के बने होते हैं। डाई और टैप अलग-अलग साइज के और अलग-अलग चूड़ियों के बाजार में मिल जाते हैं। पाइप पर डाई व टैप की मदद से कुछ चूड़ियां टेपर काटी जाती है जिससे पाइप का जोड़ पक्का बन जाता है।

पाइप बेंडिंग टूल्स (Pipe Bending Tools)

               पाइप को जरूरत के अनुसार मोड़ने के लिए पाइप बेंडिंग मशीन या पाइप बेंडिंग जुगाड़ का प्रयोग किया जाता है। इनकी सहायता से मदद से 100 मि०मी० तक के पाइपों को मोड़ा जा सकता है। पाइपों को मोड़ने के लिए बैंडिंग जुगाड़ बनाए जाते हैं, जो बेंडिंग मशीनों से सस्ते बनते हैं।

               इस आर्टिकल में आपको पाइप प्लंबर और प्लंबिंग कि कुछ बेसिक जानकारी आप को दी गई उम्मीद है, आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी।

                और भी इस प्रकार आर्टिकल जैसे मशीनिस्ट (Machinist), फिटर (Fitter), टर्नर (Turner), इलेक्ट्रीशियन (Electrician) वेल्डर (Welder)आदि विषय पर पढ़ने के इच्छुक हैं तो हमारी वेबसाइट www.mechanicalmagraj.com पर आएं और पढ़ें।

Plumber, Plumbing, Pipes in Hindi

Lathe Machine Thread Chart

Parts of Lathe Machine खराद मशीन ( लेथ मशीन ) के हिस्से

Jig and fixture in hindi

Type of V Threads in hindi

Type of Lathe Machine (लेथ मशीन के प्रकार)

History of Lathe Machine लेथ मशीन का परिचय और इतिहास

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here